वहाबी लोग कौन हैं और उन की दावत क्या है ?


वहाबी लोग कौन हैं और उन की दावत क्या है ?

मैं हाल ही में मुसलमान हुआ हूँ और मुझ से बहुत से लोगों ने कहा है कि मैं वहाबियों (वह्हाबियों) से दूर रहूँ, तो वे कौन लोग हैं ? और उन की दावत क्या है ?

हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान अल्लाह के लिए योग्य है।

मुसलमान पर अनिवार्य है कि वह नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के मार्गदर्शन पर चलने वाले सलफ सालेहीन (सदाचारी पूर्वजों) जैसे कि सहाबा और उन का अनुसरण करने वाले ताबेईन रिज़वानुल्लाहे अलैहिम अजमईन (अल्लाह उन सभी से खुश हो) के तरीक़े के अनुसार अल्लाह के पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की पैरवी (इत्तिबा) करे, और ये लोग (सहाबा और ताबेईन) "अहलुस्सुन्नह वल जमाअह" कहलाते हैं, और वह व्यक्ति जो अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के लाये हुये तरीक़े पर चले वह उन्हीं में से है, और नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम तौहीद (एकेश्वरवाद), शिर्क (बहुदेववाद) की अस्वीकृति और एक मात्र अल्लाह की पूजा की तरफ निमन्त्रण लेकर आये थे। जहाँ तक वह्हाबी के शब्द का सम्बंध है तो लोगों की एक संख्या इसे शैख इमाम मुहम्मद बिन अब्दुल वह्हाब बिन सुलैमान अत्तमीमी अल-हंबली रहिमहुल्लाह की दावत पर बोलती है, और वे लोग उन्हें और उन के अनुयायियों को वह्हाबी के नाम से याद करते हैं। जबकि प्रत्येक व्यक्ति जिसे शैख मुहम्मद बिन अब्दुल वह्हाब रहिमहुल्लाह के आन्दोलन और उन की दावत (निमन्त्रण) के बारे में थोड़ी भी जानकारी है, वह जानता है कि उन्हों ने तौहीदे खालिस (शुद्ध एकेश्वरवाद) की दावत, और सभी प्रकार के शिर्क जैसे कि मृतकों, वृक्षों और पत्थरों इत्यादि से सम्बंध जोड़ने से चेतावनी और सावधानी का प्रचार किया, तथा आप रहिमहुल्लाह अक़ीदा (विश्वास) में सलफ सालेहीन और ताबेईन के मत पर थे जैसाकि उन की किताबें और फत्वे, तथा उन के बेटों और पोतों और उन के अन्य अनुयायियों की किताबें इस बात पर तर्क हैं, वे सभी (किताबें और फत्वे) मुद्रित हो चुके हैं और लोगों के बीच फैले हुए और आम हैं, और उन की दावत अल्लाह की किताब और उस के रसूल की सुन्नत के अनुकूल थी। वह्हाबियत कोई तरीक़ा या मत नहीं है, बल्कि वह तौहीद (एकेश्वरवाद), और दीन के मिटे हुए प्रतीकों के नवीकरण के लिए एक निमन्त्रण थी। ऐ प्रश्न करने वाले! आप के लिए अनिवार्य है कि स्वयं उन लोगों से ही जिन्हों ने आप को इन (वह्हाबियों) से बचने की चेतवानी दी है, बच कर रहें, क्योंकि वे लोग आप को सच्चाई और उम्मत के सलफ (पूर्वजों) के अनुसरण और पैरवी से सावधान कर रहे हैं। तथा शुद्ध अक़ीदा को मज़बूती के साथ पकड़ने वालों को वह्हाबी के नाम से पुकारना और उन से लोगों को सावधान करना केवल जाहिलों और पक्षपात करने वालों (अन्यायपूर्ण लोगों) का तरीक़ा है, हम अल्लाह तआला से सुरक्षा और बचाव का प्रश्न करते हैं।

देखिये : फतावा शैख इब्ने बाज़ रहिमहुल्लाह 3/1306, तथा प्रश्न संख्या (12203) भी देखिये।

और अल्लाह तआला ही सर्वश्रेष्ठ ज्ञान रखता है।

इस्लाम प्रश्न और उत्तर

शैख मुहम्मद बिन सालेह अल मुनज्जिद

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